फ्रांस से भारत के लिए उड़ा राफेल, जानें डिलीवरी से जुड़े 10 बड़े अपडेट

  • राफेल के पहले बैच की डिलीवरी
  • फ्रांस से रवाना हुए पांच विमान
  • 29 जुलाई को पहुंचेंगे भारत

फाइटर जेट राफेल की पहली खेप भारत के लिए फ्रांस से रवाना हो गई है. इसमें पांच राफेल शामिल हैं. यूएई होते हुए 29 जुलाई को राफेल भारत पहुंच जाएंगे और उन्हें अंबाला एयरबेस पर तैनात किया जाएगा. लंबे समय से भारत को राफेल का इंतजार था. इस डिफेंस डील पर देश में सियासी घमासान भी जमकर हुआ है. अब जाकर अंतत: वायुसेना की ताकत बढ़ाने वाले राफेल की डिलीवरी हो गई है. जानें- इसकी डिलीवरी से जुड़ी 10 अहम बातें-

1- राफेल फ्रांस से खरीदा गया है. वहां की कंपनी दसॉ एविएशन ने इसे तैयार किया है. 27 जुलाई यानी सोमवार को फ्रांस से पांच राफेल की डिलीवरी भारत को की गई. भारतीय वायुसेना के पायलट के इन विमानों को लेकर फ्रांस से उड़ान भर चुके हैं.

2- फ्रांस में भारतीय दूतावास की तरफ से बताया गया है कि भारत ने अपनी वायु सेना की ताकत बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है. दसॉ द्वारा बनाए गए 5 राफेल फाइटर एयरक्राफ्ट बोरडेक्स स्थित मैरिग्नेक एयरबेस से भारत के लिए उड़ गए हैं. इससे भारत और फ्रांस के बीच रक्षा समझौतों को और मजबूती मिलेगी.

3- राफेल एयरक्राफ्ट फ्रांस से भारत तक करीब 7000 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. इस दौरान एयर-टू एयर ईंधन भरा जाएगा. 28 जुलाई को यूएई में राफेल का सिंगल स्टॉप होगा. राफेल यहां के अल डाफरा एयरबेस पर उतारा जाएगा, इस एयरबेस की जिम्मेदारी फ्रांस एयरफोर्स के पास है. यहां राफेल की चेकिंग भी की जाएगी.

4- यूएई में एक स्टॉप के बाद राफेल वहां से फिर उड़ान भरेगा. इसके बाद 29 जुलाई को राफेल अंबाला पहुंचेगा.

5- भारतीय वायुसेना को राफेल अक्टूबर 2019 में हैंडओवर किया गया था. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस के उनके समकक्ष मौजूद थे. राजनाथ सिंह खुद फ्रांस गए थे. जिसके बाद अब वहां से राफेल टेक ऑफ कर चुका है.

6- फिलहाल, पांच राफेल भेजे गए हैं. जबकि पांच राफेल फ्रांस में ही ट्रेनिंग मिशन के लिए रखे गए हैं. डील में शामिल सभी 36 राफेल एयरक्राफ्ट की डिलीवरी 2021 के अंत तक हो जाएगी.

7- कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के पायलट और सपोर्टिंग स्टाफ को राफेल के बारे में दसॉ कंपनी ने फुल ट्रेनिंग दी है. वायुसेना के बाकी पायलट और अन्य लोगों को अगले 9 महीने के अंदर ट्रेनिंग दी जाएगी.

8- फ्रांस में भारतीय राजदूत जावेद अशरफ राफेल की डिलीवरी के वक्त मौजूद रहे. जावेद अशरफ ने कहा कि लंबे इंतजार के बाद राफेल अब भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाएगा. राजदूत जावेद अशरफ ने भारतीय वायुसेना के पायलट से भी मुलाकात की. दुनिया के सबसे बेहतरीन फाइटर जेट को पहली बार उड़ाकर भारत ले जाने के लिए जावेद अशरफ ने स्टाफ को बधाई भी दी.

9- राफेल की डिलीवरी के वक्त इसे बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन के चेयरमैन एरिक ट्रेपियर और फ्रांस के एयर कमोडोर हिलाल अहमद भी मौजूद रहे.

10- अंबाला एयरबेस पहुंचने के बाद राफेल विमानों को मिसाइल से लैस किया जाएगा. इसमें स्कैल्प, मेटेओर और हैमर मिसाइल शामिल हैं. राफेल पहला स्क्वाड्रन अंबाला में स्थित होगा, जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हाशिमारा में किया जाएगा.


Source Aaj Tak

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